एक जान और दो दिल। एक धड़कता और दूसरा नहीं। जीने के लिए भगवान ने तो एक दिल दिया था, पर अनफारचुनेटली वह जिंदगी की जंग जीतने में फेल्योर हो गया। तभी भगवान ने शायद एक डोनर का रुप धरकर उसे अपना इकलौता हार्ट देकर नई जिंदगी का अहसास कराया। तभी तो उसके एक शरीर में दो दिल बसते हैं।
निश्चित तौर पर यह वाक्या आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। ये आश्चर्यजनक पर सच है। दस साल से भी ज्यादा बीत गए। ब्रिटेन में रहने वाली लड़की हनाह क्लार्क जिसकी उम्र महज दो साल होगी, उसके हार्ट ने काम करना बंद कर दिया। पैरेंट्स के पास केवल दवा और दुआ करने के अलावा कोई चारा नहीं था। एक समय ऐसा आया कि दवा ने भी काम करना बंद कर दिया। तब उन्होंने ब्रिटेन के एक जाने-माने डॉक्टर के सामने अपनी यह समस्या रखी। इसके बाद तो डॉक्टर ने जो उस मासूम सी बच्ची को ट्रीटमेंट दिया वो किसी चमत्कार से कम नहीं था। उस ट्रीटमेंट का नाम पिगी बैक ट्रांसप्लांट है। आज उस लड़की की उम्र 16 साल हो गई है. वह फ्री होकर ही नहीं सामान्य लड़कियों की तरह जिंदगी जी रही है।
लाइफ सेविंग ऑपरेशन
दरअसल डॉक्टर ने उसका लाइफ सेविंग ट्रांसप्लांट ऑपरेशन कर उसे नया हार्ट लगा दिया। यह वही हार्ट था जो किसी बेबी डोनर ने डोनेट किया था, हालांकि यह एक रिस्की गैंबल था, फिर भी उसके पैरेंट्स और डॉक्टरों ने यह गेम खेला। दो साल की हनाह क्लार्क को कार्डियोमायोपैथी नाम की डीसिज थी, इसमें ऑलमोस्ट हार्ट का साइज बड़ा हो जाता है और वह काम करना बंद कर देता है। ऑपरेशन के तहत डॉक्टरों ने एक पांच महीने की बच्ची का डोनेटेड हार्ट को हनाह के हार्ट के साथ ट्रांसप्लांट कर दिया। इस ट्रांसप्लांट के कारण उसे महीने में कई बार हॉस्पिटलाइज होना पड़ता था, 17 ड्रग्स लेनी पड़ती थी और साइड इफेक्ट के तौर पर पूरी बॉडी को इंफेक्शन से बचाना पड़ता था। ये दवाएं इसलिए कि उसका इम्यून सिस्टम लो होता जा रहा था. इसलिए दवाएं उसके इम्यून सिस्टम को हेल्दी बनाने और कामगार थी।
..जब धड़का दिल
ऑपरेशन हुए एक अरसा बीत गया। तभी एक दिन अचानक हना के ओरीजिनल हार्ट ने धड़कना शुरू कर दिया. डॉक्टरों ने इसे भी किसी चमत्कार से कम नहीं माना। यानी अब डॉक्टर भी मानते हैं कि दवा से ज्यादा दुआ काम आती है। फाइनली अब हनाह पूरी तरह से रिकवर हो गई है। वह दवाओं से ही नहीं बल्कि ट्रांसप्लांट ड्रग्स, रेग्यूलर हॉस्पिटल ट्रिप्स और लाइफ थ्रेटिंग इंफेक्शन से बरी हो चुकी है। जब इस बारे में हनाह के पैरेंट्स से प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि उसकी हर सुबह स्माइल के साथ शुरू होती है। कल क्या होगा, किसने देखा. हम तो आज में जीते हैं. गॉड और गॉड रुपी डॉक्टर का थैंक्स है। यह लाइफ सेविंग प्रॉसेस का कॉन्सेप्ट अभी केवल ब्रिटेन में है। इसके लिए भी यह पायोनियर हार्ट स्पेशलिस्ट प्रोफेसर सर मैगदी याकूब द्वारा ही किया जाता है। कार्डियोमायोपैथी जैसी खतरनाक डीसिज एक लाख में एक बच्चे को होती है।
क्या है पिगी बैक
यह एक ऐसा ऑर्गन है जो नॉनफंक्शनल हार्ट के साथ कनेक्ट कर दिया जाता है। इससे ओरिजनल हार्ट फंक्शन करने लगता है मगर स्लो प्रेशर पर. इस ऑर्गन की कुछ सेल्स लंग्स से भी जोड़ दी जाती है ताकि लंग्स की वर्किंग बनी रहे। साथ ही डोनर हार्ट ब्लड की पंपिंग पूरी बॉडी में करता है जब नेचुरल हार्ट रेस्ट करता है। इसे हार्ट के चार अलग-अलग भाग में लगाया जाता है। यह कार्डियोमायोपैथी नाम की डीसिज के होने पर यूज किया जाता है.
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